Sunday, 19 January 2020

इंसानियत


इंसानियत

इंसानियत के नाते कुछ कर के दिखाओ,
बेसहारो कि मदद करके बताओ|

                   इंसान बनना ही सब कुछ नहीं हैं,
                   अपने हृदय में इंसानियत उत्पन्न करके बताओ|

यह मत सोचो इससे हमको क्या करना हैं,
कभी कभी हमको भी सहना हैं|

                  जो आज उनका हैं,
                  वह कल हमारा भी हो सकता हैं|

जो करना हैं वो आज ही करना हैं,
आखिर इंसानियत के नाते हमें कुछ करना हैं|

                  बहरो का कान, गूंगो की आवाज,
                  अन्धों की आँख, अपाहिजों का सहारा हमको बनना हैं|

बुजुर्गो कि इज्जत हमको करना हैं,
जिन्हें सहायता कि जरुरत हो, उनकी सहायता हमको करना हैं|

                  हमें मिल-जुलकर रहना हैं,
                  एक-दूसरे के सुख-दुःख में मदद करना हैं|

आखिर इंसान होने का फर्ज हमको अदा करना है,
इंसानियत के नाते हमको कुछ करना हैं|

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