पहेली
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी,
यह एकदम सच हैं, समझे जानी|
जिसके पास है, वह है धनवानी,
जिसके पास नहीं है, वो है निर्धन|
यह सच को भी झुठलाये,
झूठे को भी सच्चलाये|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी|
यह है तो तुम दोस्त खूब बना लो,
नहीं है तो अकेले जीवन बीता लो|
कोई अधिकारी तुम्हे बार-बार दौड़ाए,
इसे तुम दिखाओ काम हो जाये|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी|
यह है तो, तुम कुछ भी कर जाओ,
तुम्हारा कोई दुश्मन हो, सुपारी दे उसे मरवाओ|
अगर चाहिए ठाट-बाट का काम,
इसे तुम फेंको मिल जाए|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी,
अगर लगे, इम्तिहान में तुम फेल हो गए हो,
मास्टर जी को दे दो, पास हो गए हो|
इसने कितनो को चोर, डाकू बनाया,
आतंकवादी ही नहीं, देशद्रोही भी बनाया|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी|
भाई-भाई में झगडा कराया,
माँ-बाप के प्यार को भुलाया,
प्यारे मित्र को भी दुश्मन बनाया,
रिश्तों कि हत्या कर, उनको भी दागदार बनाया|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी|
यह है, तो तुम्हारी इज्जत भी होगी,
नहीं हैं तो, बेइज्जती भी होगी|
यह है तो, पीछे से आगे आ जाओ,
आगे वाले को पीछे कर जाओ|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी|
अगर तुम्हारा कोई काम उलझ जाये,
इसे दिखाओ सुलझ जाये|
इसे पाकर धनवान, धनवान होता जाये,
बिचारा गरीब, इसका नाम रटते-रटते मर जाये|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी|
धनवान कि आँखों में चाँद, तारे देखो,
गरीब कि आँखों में, अश्रु कि धारा भी देखो|
हमने इसको बनाया,
अब तो इसको भी घमंड आया|
आओ सुनाऊ, तुम्हे और एक कहानी,
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